Monday, January 12, 2009

नारी जागरण

नारी जागरण
  नारी जागरण

यह सदी नारी जागरण की सदी है । कई सहस्राब्दियों से नारी को कुचला, रौंदा जाता रहा है । करुणा की प्रतिमूर्ति, मातृत्व की साकार प्रतिमा, सृजन एवं धैर्य की देवी है नारी शक्ति । उसी नारी शक्ति को भ्रूण में ही समाप्त किया जा रहा है । इसका सबसे बड़ा कारण है समाज में छाया नर का वर्चस्व, साथ ही नारी जन्म से जुड़ी अभिशप्त परिस्थितियाँ । मूढ़ मान्यताओं के विषय में तो यह भी समझ लिया जाता है कि शिक्षा-जानकारी के अभाव में वे पनपी होंगी । जैसे-जैसे शिक्षा का प्रचार-प्रसार होगा-जन जागृति आएगी, वे मिटती चली जाएँगी, परंतु कन्या भ्रूण हत्या तो पढ़े-लिखे समाज में हो रही है, पढ़े लिखे डाक्टरों द्वारा पैसों के लालच में की जा रही है । 

कन्याधन के नाम पर दहेज देने एवं लड़की पराया धन होने की मान्यता के कारण लिंग अपनी पसंद से चुना जाता है, पर कितने लड़के हैं, जो आज माता-पिता को बे-आसरा छोड़कर विदेश जा बसे हैं या यहीं कहीं अच्छी परिस्थितियों में रह रहे हैं । हमें इस क्षेत्र में गुरुवर की पीड़ा से अपने हृदय की पीड़ा जोड़ते हुए नारी जागरण आंदोलन में तीन कार्य हाथ में लेने हैं-भ्रूण हत्या निषेध के लिए भारत व्यापी आंदोलन, आदर्श विवाहों का प्रचलन एवं नारी को नेतृत्व दिया जाना । इसके लिए अगले दिनों बढ़-चढ़कर प्रयास करने होंगे एवं महती कार्ययोजना बनानी होगी । 

परम पूज्य गुरुदेव ने नारी जागरण को इक्कीसवीं सदी की एक अनिवार्य आवश्यकता बताया है । क्रांतिधर्मी वेदमूर्ति, तपोनिष्ठ पं. श्रीराम शर�..." target="_blank" style="text-decoration: none; color: rgb(34, 34, 34); ">साहित्य मेंमहिला जागरण अभियान नामक एक छोटी सी पुस्तिका अपने में एक सारगर्भित मार्गदर्शिका है । आने वाले तीन वर्षों में इसी आधार पर हमें स्थान-स्थान पर शहरों-कस्बों में नारी संगठन खड़ा करना है । मूलतः संस्कार, शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वावलंबन की धुरी पर यह सशक्तीकरण प्रक्रिया साकार होगी ।

2 comments:

  1. हिन्दी चिट्ठाजगत में आपका हार्दिक स्वागत है. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाऐं.

    एक निवेदन: कृप्या वर्ड वेरीफिकेशन हटा लें तो टिप्पणी देने में सहूलियत होगी.

    आपको एवं आपके परिवार को गणतंत्र दिवस पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं.

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